कैंसर उपचार में अपोलो कैंसर सेंटर का योगदान

अपोलो कैंसर सेंटर



हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरु, मदुरै, कोलकाता, दिल्ली, अहमदाबाद, भुवनेश्वर और बिलासपुर में 10 समर्पित अस्पतालों के साथ अपोलो अस्पताल भारत के सर्वश्रेष्ठ कैंसर अस्पतालों में से एक है।


भारत में कैंसर के इलाज के लिए आने वाले हजारों रोगियों के लिए अपोलो अस्पताल का कैंसर सेंटर इस बात का प्रतीक है कि कैंसर पर विजय पाई जा सकती है। अपोलो अस्पताल में कैंसर देखभाल प्रणाली में 125 से अधिक सर्जिकल और रेडिएशन (विकिरण) ऑन्कोलॉजी विशेषज्ञ और साथ ही नैदानिक ​​सलाहकार शामिल हैं जो कैंसर की व्यापक देखभाल प्रदान करते हैं। इसका मिशन कैंसर के खिलाफ लड़ाई को अगली सीमा तक ले जाना है और क्लीनिकल (नैदानिक) ​​बेंचमार्क तथा परिणामों को पुनः परिभाषित करना है।


कैंसर का उपचार


भारत में अपोलो अस्पताल सर्वोत्तम उपचार सुविधाओं से युक्त व्यापक कैंसर देखभाल प्रदान करता है। ऑन्कोलॉजिस्ट्स की विशेषज्ञ टीम हर मामले की संयुक्त रूप से जांच करती है और मरीज के लिए कैंसर के इलाज की श्रेष्ठ दिशा तय करती है। प्रत्येक व्यक्तिगत मामले के लिए उपयुक्त विशेष रूप से प्रशिक्षित चिकित्सा परामर्शदाता, वाक् चिकित्सक, आहार विशेषज्ञ और अन्य पेशेवर, कैंसर विशेषज्ञों की टीम को सहायता प्रदान करते हैं।


कैंसर स्क्रीनिंग कार्यक्रम


कैंसर की देखभाल में अस्पतालों ने जो औसत सफलता हासिल की है, वह हर साल 120 से अधिक देशों के हजारों राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय रोगियों को अपोलो की ओर आकर्षित करती है।


हाइलाइट



अपोलो ऑन्कोलॉजी टीम: अपोलो हॉस्पिटल्स में एक ही छत के नीचे, इस क्षेत्र में उभरते रुझानों पर चर्चा करने और विचार-विमर्श करने और नैदानिक ​​अभ्यास पर उनके प्रभाव को जानने के लिए कैंसर के सर्वश्रेष्ठ विशेषज्ञ हैं। वे अत्याधुनिक ऑन्कोलॉजी में दशकों के अनुभव और विशेषज्ञता का प्रतिनिधित्व करते हैं। अपोलो ऑन्कोलॉजी टीम सर्जिकल, प्रखर सहायक विशेषज्ञों की एक पूरी श्रृंखला के साथ मेडिकल और रेडिएशन (विकिरण) ऑन्कोलॉजी में प्रतिभाशाली विशेषज्ञों को एक साथ लाती है।


सटीक निदान और उपकरण: रेडियोलॉजी और इमेजिंग विज्ञान कैंसर देखभाल में श्रेष्ठ निदान के प्रतिपादन में महत्वपूर्ण पहलू हैं। अपोलो कैंसर सेंटर में निरंतर नवोन्मेषण और विकास ने कैंसर के खिलाफ लड़ाई में जबरदस्त सकारात्मक प्रभाव डाला है। रेडियोलॉजी विशुद्ध रूप से नैदानिक ​​उपकरणों से पारंपरिक तकनीकों तक विकसित हुई है। एमआरआई, एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड में नए कंट्रास्ट एजेंट चिकित्सकों को पहले से कहीं अधिक सटीकता के साथ निदान करने और उपचार की योजना बनाने में सक्षम बनाते हैं। चाहे यह फिलिप्स जेमिनी टाइम-ऑफ़-फ़्लाइट हो, 64-स्लाइस पीईटी-सीटी स्कैन प्रणाली या 64-स्लाइस मल्टी डिटेक्टर कम्प्यूटरीकृत एक्सियल टोमोग्राफी स्कैन या 3 डी मैमोग्राफी हो, हम आश्वस्त करते हैं कि हमारे पास कैंसर का बेहतर और पूर्व निदान सुनिश्चित करने के लिए नवीनतम उपकरण हैं।


अपोलो कैंसर सेंटर ने भारत में पहली बार एक क्रांतिकारी परीक्षण, लिक्विड बायोप्सी की शुरुआत की। लिक्विड बायोप्सी एक साधारण रक्त परीक्षण के साथ कैंसर का सटीक पता लगाती है और इस प्रकार पारंपरिक बायोप्सी के जोखिम और सीमाओं को कम करती है। ये सेंटर गैलियम 68 (G68) स्कैन का उपयोग करते हैं जो सर्जरी शुरू करने से पहले सर्जनों को न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर (नेट) के सटीक स्थान को इंगित करने की अनुमति देता है। ट्यूमर टिश्यू टिश्यू विश्लेषण के साथ अपोलो कैंसर सेंटर दुनिया में पहली बार सभी 20,000 ज्ञात कैंसर मार्गों का परीक्षण कर सकते हैं।


इंडिविजुअल थेरेपी: अपोलो कैंसर सेंटर का लक्ष्य कैंसर का पता लगाने और निदान के लिए सर्वश्रेष्ठ-इन-क्लास निवारक कार्यप्रणाली प्रदान करना है, जिसका मुख्य पहलू पहले से सामान्य रही कोशिकाओं में संचार को ख़त्म करने वाले विक्षिप्त, ख़राब, हावी होने वाले अणुओं, और रेनगेड जीन तथा प्रोटीन का पता लगाना है। ये सेंटर प्रिवेंशन डायग्नॉस्टिक्स के लिए अच्छी तरह से सुसज्जित हैं जो कैंसर के पनपने के लिए विरासत में मिली पूर्ववृत्ति की पहचान करता है।


इंटीग्रेटेड पैथोलॉजी: पैथोलॉजी और रेडियोलॉजी कैंसर के निदान का मूल आधार हैं, रेडियोलॉजिस्ट और पैथोलॉजिस्ट दोनों के डेटा सही निदान और उचित रोगी प्रबंधन और उपचार निर्णय लेने में आवश्यक हैं। रेडियोलॉजी और पैथोलॉजी दोनों के कार्यप्रवाह अलग होने की स्थिति रोगी की देखभाल की गुणवत्ता और परिणामों के लिए हानिकारक हो सकती है।


जनरेशन-नेक्स्ट थेरेप्यूटिक्स: अपोलो के कैंसर विशेषज्ञ नवीनतम चिकित्सीय तकनीकों के तहत आणविक रूपरेखा और जेनेटिक प्रोफाइलिंग का संचालन करते हैं। किसी भी कैंसर रोगी को कीमोथेरेपी और सामान्य दवा उपचार देने की नियमित प्रक्रियाओं से हटकर, नवीनतम तकनीक वाली चिकित्सीय विधि अधिक वैयक्तिक दवाओं के साथ कैंसर के इलाज का अगला स्तर है।


हाईटेक रेडिएशन: उच्च परिशुद्धता विकिरण चिकित्सा में अपोलो हॉस्पिटल्स की व्यापक देखभाल नवीनतम प्रौद्योगिकी और तकनीकों पर आधारित है। उच्च तकनीक विकिरण चिकित्सा का उपयोग न केवल शरीर के नाजुक हिस्सों में स्थित छोटे ट्यूमर के इलाज के लिए किया जाता है, बल्कि यह बड़े ट्यूमर में भी उपयोगी होती है। अपोलो में अनेक विधाओं के विशेषज्ञ, चिकित्सा के लिए किसी रोगी की उपयुक्तता का आकलन करने के लिए एक साथ बैठते हैं, और कई सटीक लक्षित स्टीरियोटैक्टिक तकनीकों का उपयोग करके उसका इलाज किया जाता है।


रोबोटिक कैंसर सर्जरी: अपोलो इंस्टीट्यूट ऑफ रोबोटिक सर्जरी अत्याधुनिक उपचार विकल्पों का उपयोग करके मरीजों को एक असाधारण अनुभव प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारे अत्याधुनिक ऑपरेटिंग थिएटर दा विंची सी सर्जिकल सिस्टम से लैस हैं, जो आज उपलब्ध न्यूनतम इनवेसिव (आक्रामक) सर्जरी के लिए सबसे उन्नत प्लेटफॉर्म है। ऑन्कोलॉजी रोगियों के लिए निर्दिष्ट संकेत दिए जाने पर रोबोट-असिस्टेड (रोबोट-सहायता प्राप्त) सर्जरी अनेक अनूठे लाभ प्रदान करती है। दा विंची प्रणाली द्वारा प्रदान की गई बढ़ी हुई सटीकता और नियंत्रण से सर्जन को प्रोस्टेट सर्जरी जैसी नाजुक प्रक्रियाएं करते समय प्रोस्टेट ग्रंथि से जुड़ी रक्त वाहिकाओं और तंत्रिका तंतुओं को संरक्षित करते हुए आपरेशन करने में सहायता मिलती है।


इलाज


 



प्रोटॉन थेरेपी: अपोलो प्रोटॉन कैंसर सेंटर - भारत (चेन्नई) में दक्षिण पूर्व एशिया का पहला प्रोटॉन थेरैपी कैंसर अस्पताल, रेडिएशन थेरेपी का एक उच्च परिष्कृत रूप है जो आसपास के स्वस्थ ऊतकों पर विकिरण की मात्रा को कम करते हुए ट्यूमर को सटीक रूप से लक्षित करने के लिए उच्च ऊर्जा प्रोटॉन का उपयोग करता है। प्रोटॉन थेरेपी की सटीकता इसे ट्यूमर वाले अंग पर पर महत्वपूर्ण संरचनाओं को संरक्षित करने की अनुमति देती है, जिससे रोगी को असंख्य लाभ मिलते हैं। उपचार के दौरान और बाद में किसी रोगी के लिए कम दुष्प्रभाव और जीवन की गुणवत्ता में वृद्धि प्रोटॉन थेरेपी के सबसे महत्वपूर्ण लाभों में से एक है।


साइबरनाइफ एंड टोमो थेरपी: टोमो थैरेपी [अत्यधिक एकीकृत एडाप्टिव रेडियोथेरेपी (HI-ART)] सीटी स्कैनर के साथ बहुत सारी तकनीक साझा करती है। यहाँ तक की इसकी मशीन भी एक सीटी स्कैनर की तरह दिखती है। इसकी कुछ क्षमताएं हैं:



  • टोमो थैरेपी प्रत्येक उपचार शुरू करने से पहले यह सुनिश्चित करने के लिए कि रोगी सही ढंग से एक सीध में है, एक त्वरित सीटी स्कैन करती है।

  • एक पतली किरण शरीर के चारों ओर घूमती हुई कई दिशाओं से इसमें प्रवेश करती है। इसके परिणामस्वरूप विभिन्न तीव्रता की हजारों छोटी किरणें ट्यूमर पर अभिसरण करती हुई शरीर में प्रवेश करती हैं।

  • एक शक्तिशाली मल्टीपल-प्रोसेसर कंप्यूटर उपचार योजनाओं की गणना करता है और उपचार प्रदान का समन्वय करता है।

  • टोमो थेरेपी बड़े या छोटे ट्यूमर, एकल या एकाधिक ट्यूमर, शरीर के एक भाग या कई भागों का इलाज कर सकती है, और हर भाग में एक ही खुराक या कई अलग-अलग खुराक दे सकती है।

  • टोमो थेरेपी आसपास के अंगों को अलग कर सकती है। हम लार ग्रंथियों को छोड़ सकते हैं और गले के ट्यूमर का इलाज कर सकते हैं, मेरुदण्ड को छोड़ सकते हैं और रीढ़ की हड्डी का इलाज कर सकते हैं, गुर्दे को छोड़ सकते हैं और अग्न्याशय का इलाज कर सकते हैं।


मेडिकल ऑन्कोलॉजी: किसी भी कैंसर रोगी को कीमोथेरेपी और सामान्य दवा उपचार देने की नियमित प्रक्रियाओं में एक बदलाव लाते हुए, नवीनतम तकनीक वाली चिकित्सीय विधि अधिक अमल में लाई गई दवाओं के साथ कैंसर के इलाज का अगला स्तर है। विभिन्न जांचों की मदद से, नवीनतम तकनीक वाली चिकित्सा की इस प्रवृत्ति में विभिन्न नैदानिक ​​परीक्षण और प्रोफाइलिंग शामिल हैं, यह इस बात का संकेत देता है कि क्या किसी रोगी के लिए कैंसर का इलाज करने में एक विशेष दवा फायदेमंद होगी और जब उस दवा को उसे दिया जायेगा, रोगी विशेष का शरीर कैसे प्रतिक्रिया देगा।


सर्जिकल ऑन्कोलॉजी: जटिल ट्यूमर निष्कासन अपोलो के उच्च प्रशिक्षित और उत्प्रेरित सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट द्वारा कुशलतापूर्वक किया जाता है। इसमें ऑपरेटिंग थिएटर, रिकवरी और आईसीयू के समर्पित स्टाफ द्वारा उन्हें भरपूर सहयोग मिलता है। ऑन्कोलॉजी सर्जरी में अपोलो की सफलता दर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ केंद्रों की तुलना में है। विशिष्ट सर्जरी जैसे खोपड़ी के आधार, कमांडो, यकृत के उच्छेदन, फ्लैप के सूक्ष्म संवहनी पुनर्निर्माण, यकृत और फेफड़े के ट्यूमर के व्यापक पुनरुत्थान, हड्डी के ट्यूमर में शल्य चिकित्सा को सीमित करने, स्टेजिंग और निदान में लेप्रोस्कोपिक सर्जरी और इसी तरह की अन्य सर्जरी उच्च सफलता दर के साथ निष्पादित की जाती है।


विकिरण ऑन्कोलॉजी: अपोलो हॉस्पिटल्स की व्यापक देखभाल उच्च परिशुद्धता विकिरण ऑन्कोलॉजी में प्रौद्योगिकी और नवीन तकनीकों पर आधारित है। उच्च तकनीकी विकिरण ऑन्कोलॉजी का उपयोग न केवल शरीर के गंभीर क्षेत्रों में स्थित छोटे ट्यूमर के इलाज के लिए किया जाता है, बल्कि यह बड़े ट्यूमर में भी उपयोगी होता है। अपोलो के विभिन्न विषयों में विशेषज्ञ किसी मरीज की चिकित्सा के लिए उसकी उपयुक्तता का आकलन करने हेतु एक साथ इकठ्ठा होते हैं, जिसे कई सटीक लक्षित स्टीरियोटैक्टिक बीम का उपयोग करके प्रदान किया जाता है। 4-आयामी सीटी स्कैनर उपचार योजना में ट्यूमर के स्थान को ट्रैक करने के लिए उपयोगी है क्योंकि यह तभी चलता है जब रोगी सांस लेता है, और यह उच्च डिग्री सटीकता की और आसपास के सामान्य ऊतकों पर विकिरण को सीमित करके संभावित रूप से कम दुष्प्रभाव की गारंटी देता है।


प्रत्यारोपण


स्टेम सेल या अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण अपोलो हॉस्पिटल्स में किए जाने वाले अभिनव उपचारों में से एक है। यह चिकित्सा का एक रोमांचक क्षेत्र है। पिछले कुछ दशकों में यह कई प्रकार के कैंसर और रक्त के अनेक रोगों के लिए एक अच्छी तरह से स्थापित उपचार है। स्टेम सेल प्रत्यारोपण निम्नलिखित स्थितियों में किया जा सकता है:



  • थैलेसीमिया मेजर

  • सिकल सेल एनीमिया

  • रिलैप्सड या हाई रिस्क ल्यूकेमिया

  • इम्यून डिफिशिएंसी डिसॉर्डर

  • अप्लास्टिक एनीमिया

  • हर्लर सिंड्रोम और अन्य दुर्लभ मेटाबोलिक विकार